Department of Hindi

1971 ई0 में गोस्सनर कॉलेज के स्थापना के साथ ही महाविद्यालय में हिन्दी भाषा की पढ़ाई प्रारंभ हुई,जिसमें हिन्दी प्राध्यापिका के रूप में श्रीमती सीसीबहा तोपनो की नियुक्ति हुई। कॉलेज के स्थापना के समय से ही हिन्दी विभागाध्यक्ष के पद पर रहीं।1986 में महाविद्यालय के संस्थापक डॉ0 निर्मल मिंज के सेवानिवृत होने के बाद उन्होंने प्रथम महिला प्राचार्या के पद पर अपना योगदान दिया । उसके बाद क्रमषः कई प्राध्यापक हुए जिन्होंने हिन्दी विभाग में अपनी सेवा दी उनमें श्रीमती सीसीबहा तोपनो के बाद डॉ0 गोविन्द साहू , डॉ0 आर पी साहू , डॉ0 डेजी कोनगाड़ी ,डॉ0 एस्थेर रानी टुडू हिन्दी विभागाध्यक्ष पद पर रहे। इन्हीं के समकालीन डॉ0 अनिता एक्का भी हिन्दी प्राध्यापिका के रूप में विभाग में कार्यरत रहीं।

वर्त्तमान समय के परिप्रेक्ष्य में विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में छात्रों को हिन्दी के पारंपरिक और आधुनिक शिक्षण के माध्यम छात्रों को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना ही हिन्दी विभाग का मूल उद्देष्य है,इसके साथ ही साहित्य के क्षेत्र में छात्रों के सर्वांगीण विकास के साथ उच्च स्तरीय शिक्षा प्रदान करना भी है। इस कार्य में अब तक हिन्दी विभाग पूर्णतः सफल रहा है ,इसका सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि वर्त्तमान समय में कई छात्र विभिन्न सरकारी ,गैरसरकारी विभागों में कार्यरत हैं। इतना ही नहीं विभाग ने कई उँचाईयों को छुआ है , कॉलेज का नाम रौशन किया है और इतिहास रचा है इनमें सत्र 2009 -2012, 2011-2014, 2012-2015, 2015-2017 के छात्रों ने राँची विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी में प्रथम स्थान प्राप्त कर स्वर्ण पदक प्राप्त किया है। वर्त्तमान में अनेकों छात्रों ने नेट ( जे आर एफ ) की परीक्षा उत्तीर्ण किया है । 2018 से हिन्दी स्नातकोत्तर (एम. ए. ) की पढ़ाई आरंभ हुई ,तब से लेकर आजतक लगातार एम. ए. में भी छात्रों की संख्या में उतरोत्तर वृद्धि हो रही है।

छात्रों के शिक्षा दीक्षा और उनके सर्वांगीन विकास के लिए वर्त्तमान में कार्यरत प्राध्यापक हैं :-

• प्रो0 आशा रानी केरकेट्टा ( विभागाध्यक्ष )

• डॉ0 हाराधन कोईरी ( सहायक प्राध्यापक )

• डॉ0 वर्षा शालिनी कुल्लू ( सहायक प्राध्यापिका )

• डॉ0 प्रशान्त गौरव ( सहायक प्राध्यापक )

• प्रो0 सचिन तोपनो ( सहायक प्राध्यापिका )